क्षेत्रीयहमीरपुर

सत्य प्रेम भूल कर विनाश की ओर जा रहा इंसान

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नेहा वर्मा, संपादक ।

 

हमीरपुर जनपद में राठ क्षेत्र के धमना गांव स्थित मौन साधना देव स्थान में 49वां सर्वधर्म सम्मेलन व महायज्ञ हुआ। जिसमें दो सैकड़ा देव स्थानों से आए साधकों ने भाग लिया। वक्ताओं ने विश्व शांति व भाईचारे का संदेश दिया। मौन साधना को गोविंद के साक्षात्कार का मूल मंत्र बताया।

 

 

 

 

महोबा के सुनीत कुमार वियोगी ने कहा मौन साधना प्रत्येक धर्म को उसकी पूर्णता पर पहुंचाना चाहती है। मौन साधना कभी किसी से कुछ नहीं चाहती और साधना से सबकुछ प्राप्त हो जाता है। राष्ट्रीय प्रचारक डॉ सुनीता वियोगी ने कहा मौन साधना का 15 मिनट का भजन प्रेम, एकता व भाईचारे से रहना सिखाती है। उन्होंने कहा कि मौन साधना से प्रत्येक व्यक्ति का ह्रदय परिवर्तन होना अनिवार्य है। क्योंकि इस साधना में प्रतिदिन आत्मसमर्पण किया जाता है।

 

 

 

 

अधिवक्ता काजल ने भजन के माध्यम से मौन साधना की सच्चाई को व्यक्त किया। मौन साधना केंद्र रोहनियां मंदिर के संचालक नीलू महाराज ने कहा ईश्वर से सत्यप्रेम भूल विनाश की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। मौन साधना से सभी सिद्धियां प्राप्त होतीं हैं। ठाकुरदास ने कहा कि मौन साधना वह गुरूमंत्र है जिससे गोविंद का साक्षात्कार होता है। प्रभा गुप्ता ने कहा कि साधना ऐसा भजन है जिससे घर में सुखशांति रहती है।

 

 

 

महायज्ञ का संचालन गायत्री प्रसाद पांडेय ने किया। यज्ञ में दयाराम प्रजापति, राजा मलखान सिंह, मूरत सिंह, रामसिंह, रामनारायण सोनी, रामेश्वर लोधी, रामकुमारी, भावना, अशोक कुमार, सबल सिंह, मातादीन अनुरागी, मालती देवी, नृपत अहिरवार, रामप्रकाश, विनोद सिंह, रामेश्वर लोधी, बृजभूषण नामदेव, स्वामीदीन बाबू, मलखान सिंह आदि मौजूद रहे।

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