हमीरपुर; कमरे में फांसी पर झूल रहा था विवाहिता का शव, कैसे कटे जीवन के पांच साल
नेहा वर्मा, संपादक ।
मंदबुद्धि पिता, सहारे के लिए कोई भाई बहन नहीं। ऐसे में जब पति भी महिला का साथ न दे तब उसके लिए क्या रास्ता बचता है। हमीरपुर जनपद में राठ कोतवाली क्षेत्र के जखेड़ी गांव में भी ऐसा ही एक मामला देखने को मिला। मायके पक्ष से कोई सहारा न होने व ससुरालियों द्वारा लगातार पांच साल तक उत्पीड़न किए जाने पर महिला का धैर्य जवाब दे गया। मंगलवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे में फांसी पर झूलता उसका शव मिला।
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राठ कोतवाली क्षेत्र के जखेड़ी गांव निवासी क्रांति (26) पत्नी स्वदेश साहू का शव मंगलवार सुबह उनके घर में रस्सी के सहारे फांसी पर झूलता मिला था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ददरी गांव निवासी मृतका के बाबा जगदीश साहू ने बताया कि अप्रैल 2016 में क्रांति की शादी हुई थी। शादी के बाद ससुराली दहेज की मांग पर उनका उत्पीड़न करने लगे। एक साल ससुराल में रहने के बाद दो साल मायके में रहीं। छह माह पहले ननद रविता व ननदेऊ कमल किशोर आश्वासन देकर ससुराल ले गए।
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ससुराल से क्रांति अपने पति स्वदेश के साथ दिल्ली चलीं गईं। जहां स्वदेश प्राइवेट वाहन चालक व क्रांति सिलाई का काम करने लगीं। कुछ दिन पूर्व ही दोनों दिल्ली से लौटे थे। 14 अप्रैल को क्रांति के चाचा खेमराज अपनी भतीजी को लेने ससुराल गए थे। ससुरालियों ने भेजने से इनकार कर दिया था। आरोप है कि दहेज की मांग को लेकर ससुरालियों ने क्रांति की हत्या कर शव को फांसी पर लटका दिया। पड़ोसियों से नातिन की मौत की खबर मिली। कोतवाल राजेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि मृतका के बाबा जगदीश साहू की तहरीर पर पति स्वदेश, देवर लवकुश, सास सरसुती व ससुर देवकीनंदन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है।