हमीरपुर; किसान ने बंद कमरे में फांसी लगाकर की आत्महत्या, पत्नी ने लगाया यह आरोप
नेहा वर्मा, संपादक।
हमीरपुर जनपद में राठ कोतवाली क्षेत्र के मसगवां में 45 वर्षीय किसान ने सूने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी ने भतीजे पर प्रधानी के चुनाव को लेकर मारपीट का आरोप लगाया है। आरोप है कि परिजनों द्वारा किये गए अपमान से आहत होकर उन्होंने आत्महत्या की है। फिलहाल किसी ने कोतवाली में तहरीर नहीं दी है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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मसगवां निवासी पुष्पेंद्र पुत्र ओमप्रकाश ने बताया कि शनिवार को वह अपने चचेरे भाई नरेश के साथ लाही पिराने गोहाण्ड गए थे। जबकि मां गीता खेत पर कटाई कराने गईं थीं। तभी सूना घर पाकर उनके पिता ओमप्रकाश (45) ने कमरे में तौलिया के सहारे फांसी लगा ली। शाम को घर पहुंचने पर पुष्पेंद्र को दरवाजे अंदर से बंद मिले। खिड़की से झांक कर देखा तो उनके पिता ओमप्रकाश का शव फांसी पर झूल रहा था। परिजनों की मदद से दरवाजे की कुंदी तोड़ कर शव को बाहर निकाला। मृतक के नाम पर चार बीघा जमीन है।
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मृतक ओमप्रकाश चार बीघा पर अपने तीन पुत्रों पुष्पेंद्र, सत्येंद्र व हरिश्चंद्र के साथ खेती करते थे। मृतक की पत्नी गीता ने बताया कि उनके ससुर गनपत अहिरवार ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ रहे हैं। मृतक के भतीजे जीतेंद्र ने दो दिन पूर्व चुनाव में सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए गालीगलौज व मारपीट की थी। आरोप है कि अपमान से आहत होकर उन्होंने आत्महत्या की है। वहीं गीता का कहना है कि उनके ससुर ने चार माह पूर्व चार बीघा जमीन 65 हजार में बेची थी। जिसमें उनके पति को मात्र 6 लाख रूपये दिए थे। जिस पर हुए विवाद में भी परिजनों ने उनके पति को मारने की धमकी दी थी। कोतवाल राजेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया है। तहरीर मिलने पर जांच व कार्रवाई की जाएगी।