राठ; अन्नदाता से मुनाफाखोरी, जांच में सामने आया सच
नेहा वर्मा, संपादक ।
हमीरपुर जनपद में खेतों की बुवाई के समय अन्नदाता किसान खाद के लिए भटक रहा है। सहकारी समितियों में खाद की पर्याप्त उपलब्धता न होने का फायदा दुकानदार उठा रहे हैं। खाद की प्रति बोरी सौ से तीन सौ रुपये तक कि मुनाफाखोरी कर किसानों को चूना लगाया जा रहा है। किसानों द्वारा शिकायत करने पर लोग नेतागीरी का ताना देते थे। किंतु बार बार की शिकायत पर जांच करने पहुंचे राठ तहसीलदार ने ऊंचे दामों पर खाद बिकते हुए पकड़ी।
सहकारी समितियों में खाद नही मिलने से किसान परेशान हैं। प्राइवेट दुकानों पर खाद की कालाबाजार करते हुए ऊंचे दामों पर बेचीं जा रही हैं। किसानों की शिकायत पर रविवार को तहसीलदार अभिनव चंद्रा मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि स्टेट बैंक के पास मुख्य मार्ग स्थित खाद की दो दुकानों पर जांच की। किसानों की शिकायत सही पाई गई। दुकानदारों को निर्धारित दर पर खाद बेचने की हिदायत दी। वहीं जिन किसानों से अतिरिक्त रुपये लिए गए थे उनके रुपय वापस कराए।
काफी समय तक तहसीलदार खुद दुकानों पर खड़े होकर उचित रेट पर खाद की बिक्री कराते रहे। बाद में व्यवस्था बनाने के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया। तहसीलदार ने बताया कि दुकानदार तय मूल्य से अधिक पर खाद बेच रहे थे। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। बता दें की दो दिन पूर्व ही भारतीय किसान यूनियन युवा इकाई के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह बंगरा ने इन्हीं दुकानों पर मुनाफाखोरी की शिकायत फोन पर जिलाधिकारी से की थी।
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