पशुबाड़े में फांसी पर लटका मिला शव, आत्महत्या की बताई यह बड़ी वजह
नेहा वर्मा, संपादक ।
हमीरपुर जनपद में राठ कोतवाली क्षेत्र के मसगवां गांव में वृद्ध किसान ने पशुबाड़े में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुत्र ने आत्महत्या का कारण बारिश से खराब हुई फसल, बैंक व साहूकारों का कर्ज बताया है। वहीं राजस्व विभाग की टीम ने गांव पहुंच कर जांच पड़ताल की। जिसमे मटर की फसल में मात्र दस प्रतिशत नुकसान की बात सामने आई है।
मसगवां गांव निवासी निर्दाेष कुमार राजपूत ने बताया कि उनके पिता मलखान उर्फ मल्लू (70) के नाम पर 6 बीघा कृषि भूमि है। जिसपर खेती के साथ पिता पुत्र मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। खेत में मटर व गेहूं की फसल लहलहा रही थी। हाल ही में हुई अधिक बारिश से मटर की फसल को भारी नुकसान हुआ। वहीं खेती व अन्य खर्चों के लिए मलखान सिंह ने इंडियन बैंक से ग्रीन कार्ड पर 1 लाख 10 हजार व साहूकारों से 1 लाख का कर्ज ले रखा था।
सिर पर कर्ज के बोझ व फसल खराब होने से आहत थे। गुरुवार रात खाना खाकर पशुबाड़े में सोने चले गए। शुक्रवार सुबह निर्दोष के पुत्र हिमांशु ने पशुबाड़े में बाबा का शव फांसी पर लटकते देख परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं एसडीएम राजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि राजस्व कर्मियों को गांव भेज कर जांच कराई। जांच में सामने आया है कि मृतक के पास एक हेक्टेयर जमीन थी। 60 प्रतिशत मटर व 40 प्रतिशत में गेहूं बोया था। बारिश से मटर में मात्र दस प्रतिशत का नुकसान है।