हमीरपुर जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में किंगमेकर बन कर उभरीं विधायक मनीषा अनुरागी
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में सामान्य वर्ग की इकलौती हमीरपुर जिला पंचायत सीट पर पिछड़ा वर्ग से अध्यक्ष निर्वाचित करा राठ विधायक मनीषा अनुरागी ने आगामी विधानसभा के लिए पार्टी की राह आसान कर दी है। लोधी बाहुल्य विधानसभा सीट पर भाजपा को इसका लाभ मिलने की पूरी संभावना है। लोधी बाहुल्य इस जनपद में अभी पिछड़ा वर्ग से कोई जनप्रतिनिधि नहीं था। इस पूरे प्रकरण में विधायक मनीषा अनुरागी की छवि किंग मेकर के रूप में उभर कर सामने आई।
यह भी पढ़ें – किसी को जरूरत से ज्यादा वक्त देकर कहीं आप खुद की कद्र तो नहीं खो रहे हैं
हमीरपुर की राठ विधानसभा लोधी राजपूत बाहुल्य है। आजादी से लेकर सीट आरक्षित होने तक इस विधानसभा में लोधी समाज से ही विधायक बनने का रिकार्ड रहा है। अनुसूचित जाति के लिए सीट आरक्षित होने के बाद इस विधानसभा से लोधी समाज का प्रतिनिधित्व समाप्त हो गया। हमीरपुर महोबा लोकसभा क्षेत्र से सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल व सदर विधायक युवराज सिंह सामान्य वर्ग से हैं। वहीं राठ विधायक मनीषा अनुरागी अनुसूचित जाति वर्ग से हैं।
यह भी पढ़ें – जो दुनियां के लिए जीता है, वह किसी एक का नहीं हो सकता, उससे कभी उम्मीद मत करो
जिला पंचायत सीट सामान्य होने से जनपद में लोधी समाज सहित अन्य पिछड़ा वर्ग पूरी तरह राजनैतिक प्रतिनिधित्व से महरूम होने वाला था। मामले की नजाकत भांपते हुए राठ विधायक मनीषा अनुरागी पिछड़ा वर्ग की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती संतराम राजपूत को टिकट दिलाने में जुट गईं। प्रदेश व शीर्ष नेतृत्व के सामने उन्होंने अपनी बात मजबूती से रखते हुए पूर्व अध्यक्ष जयंती संतराम राजपूत को जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट दिए जाने की वकालत की।
यह भी पढ़ें – टूटते तारे से पूंछ कर तो देखो, टूटने से पहले कितना दर्द हुआ होगा
इस बीच खड़ाखर गांव में छात्रा द्वारा आत्महत्या मामले ने तूल पकड़ लिया। जिसे मुद्दा बनाकर विपक्षियों ने विधायक को विचलित करने का प्रयास किया। इस सब के बावजूद विधायक शीर्ष नेतृत्व से अपनी बात मनवाने में कामयाब रहीं। जयंती संतराम राजपूत को प्रत्याशी बनाए जाने पर लोधी समाज एक बार फिर से भाजपा से जुड़ने लगा। विधायक मनीषा अनुरागी व प्रत्याशी जयंती के पति संतराम राजपूत ने अपने कुशल राजनैतिक प्रबंधन से यह सीट भाजपा के खाते में डाल दी।
Comments are closed.