किसी को जरूरत से ज्यादा वक्त देकर कहीं आप खुद की कद्र तो नहीं खो रहे हैं
माधव द्विवेदी, प्रधान संपादक।
दुनियां में सबसे कीमती वक्त होता है। वक्त सभी के पास लगभग समान होता है। कुछ लोग उसका सदुपयोग कर लेते हैं । जबकि कुछ लोग दुरुपयोग कर उसे गंवा देते हैं। वक्त सब के पास होने के बावजूद किसी के लिए रुकता नहीं है। धन, यश, कीर्ति खोने के बाद प्रयास करने पर दोबारा पाई जा सकती है। पर वक्त निकल जाने पर वह किसी भी कीमत में वापस नहीं मिलता। वक्त का सदुयोग करने वाले सफलता के शिखर पर देखे गए हैं। वहीं वक्त गंवाने वाले किसी लायक नहीं बचते।
कभी कभी हम किसी व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा मानने (चाहने) लगते हैं। वह व्यक्ति दोस्त, रिश्तेदार या फिर प्रेमी/प्रेमिका कोई भी हो सकता है। हम उसके लिए ज्यादा से ज्यादा समय निकालने का प्रयास करते हैं। भले ही हम कितने भी व्यस्त हों पर उसके लिए कभी वक्त की कमी नहीं होने देते। जब यह स्थिति आती है तब हम सभी कामों से ज्यादा जरूरी उसके लिए वक्त देना समझते हैं। पर जब आप को पता चले की आप अपना सब कुछ छोड़ कर जिसके लिए वक्त निकालते हैं वही व्यक्ति आप को फालतू समझने लगता है तब आप पर क्या बीतेगी।
हकीकत यही है कि किसी को जरूरत से ज्यादा समय देने पर वह इंसान आप को फालतू समझने लगता है। फिर उसके दिल मे आप के लिए वह जगह नहीं होती जिस शिद्दत से आप उसे चाहते हैं। वहीं वक्त की कदर करने वाले सफलता पाकर सब कुछ हासिल कर लेते हैं। याद रखिये एक सफल इंसान से सभी जुड़ना चाहते हैं, चाहे आप भले ही उनके लिए समय न निकाल पाएं। वहीं असफल इंसान सिर्फ तमाशा बन कर रह जाते हैं, उन अपनों की नजर में भी, जिनके लिए उन्होंने अपना कीमती वक्त खोया है।
जिंदगी में सफल बनना कौन नहीं चाहता। पर सफलता उसी के कदम चूमती है जिसने वक्त की कदर करना सीख लिया। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोगों को यह कहते सुना जाता है कि उनके पास खुद के लिए वक्त नहीं है। जरूरी है कि अपनी व्यस्ततम लाइफ में से कुछ पल अपने लिए निकालें। कुछ समय अपनी जिंदगी को अपने अनुसार जियें। जिंदगी भी निकल जाने के बाद दोबारा नहीं मिलती। दूसरों से ज्यादा खुद को प्यार करें। यकीन मानिए दुनियां में आप से प्यारा कोई दूसरा इंसान हो ही नहीं सकता।
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Absolutely right sir
Great post, thank you very much