हमीरपुर; बुंदेलखंड नवनिर्माण सेना ने बुलंद की बुंदेलखण्ड राज्य की मांग, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
नेहा वर्मा, संपादक ।
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि पर बुंदेलखण्ड नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष विनय तिवारी के आवाहन पर हमीरपुर जनपद में सेना के पदाधिकारियों ने पृथक बुंदेलखण्ड राज्य की मांग बुलंद की। सेना पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपते हुए पृथक बुंदेलखण्ड राज्य व छतरपुर के बकस्वाहा जंगल को बचाने की मांग उठाई है।
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बुंदेलखंड नवनिर्माण सेना के प्रदेश मीडिया प्रभारी जयशंकर त्रिपाठी ने कहा कि बुंदेलखण्ड में अकूत प्राकृतिक संपदा है। जिसका दोहन कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस प्राकृतिक संपदा से प्राप्त राजस्व बुंदेलखण्ड के विकास में नहीं लग रहा है। सरकारों की उपेक्षा से बेरोजगारी का दंश झेल रही जनता पलायन को मजबूर है। यहां की जनता बिजली, सड़क, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखण्ड को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग देश की आजादी से उठाई जा रही है।
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जयशंकर त्रिपाठी ने कहा कि अलग राज्य बनाने पर ही बुंदेलखण्ड का समुचित विकास संभव है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में छतरपुर के बकस्वाहा जंगल की लीज एक कंपनी को दी गई है। जंगल कटने से पर्यावरण को गंभीर खतरा होने की संभावना है। ज्ञापन में अलग बुंदेलखण्ड राज्य व बकस्वाहा के जंगलों को बचाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में भारतीय किसान यूनियन के युवा जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह राजपूत बंगरा, नीरज मिश्रा, लालाराम सरसई, मोहित कुमार त्रिपाठी उर्फ रोबी पंडित, मनोज कुमार मिश्रा, प्रदीप यादव, सुनील कुमार, लकी दुबे, मूलचंद्र, राजेंद्र कुमार महान, विनोद राजपूत स