राठ के इस गांव में दर्शन देने रोज आते हैं नाग देवता
नेहा वर्मा, संपादक ।
अनेक ऐसी घटनाएं होतीं हैं जिनपर सहज विश्वास करना नामुमकिन होता है। हमीरपुर जनपद में राठ क्षेत्र के बकरई गांव में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। सांप का नाम सुनते ही हमारे रौंगटे खड़े हो जाते हैं। कहा जाता है कि सांप काटने पर जहर के असर से पहले इंसान की दहशत से ही मौत हो जाती है। किंतु बकरई गांव में एक सर्प कौतूहल का विषय बना हुआ है।
बकरई गांव में बीते 15 दिन से एक सांप ग्रामीणों की उत्सुकता का केंद्र बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रतिदिन गांव के बाहर खेतों के पास यह सांप निकलता है। इस सर्प के आने, लोगों को दर्शन देने व जाने का नियत समय है। लोगों को दर्शन देने के बाद यह सर्प विलुप्त हो जाता है। फिर अगले दिन उसी समय और उसी स्थान पर सर्प को देखा जा सकता है। गांव वाले इसे दैवीय चमत्कार मान रहे हैं। आखिर मानेंगे भी क्यों नहीं, जब साक्षात मौत कही जाने वाला सर्प उनके सामने किसी रस्सी की तरह पड़ा रहता है।
ग्रामीणों की भीड़ होने पर भी उक्त सांप शांत पड़ा रहता है। अभी तक किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। ग्रामीण इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं। गांव सहित आसपास के लोग पूजा अर्चना के लिए पहुंचने लगे हैं। गांव के पूर्व प्रधान टीकाराम ने बताया कि पास में ही बनी बांबी से सांप निकलता है। दिन भर बैठने के बाद शाम को वापस उसी बांबी में चला जाता है। उन्होंने कहा कि हो सकता है वह बीमार हो जिससे उसे आसपास मौजूद लोगों का आभास न हो रहा हो।
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