सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देख दंग रहे गए बीएनवी इंटर कालेज के शिक्षक
नेहा वर्मा, संपादक ।
हमीरपुर जनपद के राठ नगर स्थित ब्रम्हानंद इंटर कालेज में प्रभारी प्रधानाचार्य को एंटी करप्शन टीम ने कथित रूप से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। उक्त मामले में प्रधानाचार्य कक्ष में लगे सीसी टीवी कैमरों की फुटेज देखने के बाद नया मोड़ आ गया है। फुटेज में आरोप लगाने वाले शिक्षक प्रधानाचार्य को जबरन रुपये देते हुए देखे जा रहे हैं। जबकि प्रधानाचार्य रुपये लेने से इनकार कर रहे हैं। फुटेज देखने के बाद उक्त कार्रवाई के खिलाफ शिक्षकों में आक्रोश है।
प्रभारी प्रधानाचार्य प्रकरण में बुधवार को प्रबंध समिति की बैठक के बाद गुरुवार को कालेज के शिक्षकों की बैठक हुई। बैठक के बाद शिक्षकों ने संयुक्त हस्ताक्षर युक्त प्रेस नोट जारी किया। जिसमें बताया कि प्रभारी प्रधानाचार्य को षड़यंत्र के तहत एंटी करप्शन टीम को गुमराह कर फंसाया गया है। प्रधानाचार्य कक्ष में लगे दो सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में साफ दिख रहा है कि कक्ष में मौजूद प्रवक्ता सुघर सिंह प्रधानाचार्य नरेशचंद्र को रुपये देने की पेशकश कर रहे हैं। जबकि प्रधानाचार्य रुपये लेने से इनकार करते हुए उन्हें बैठने के लिए कह रहे हैं।
शिक्षकों ने बताया कि आरोप लगाने वाले शिक्षक सुघर सिंह प्रधानाचार्य की जेब में जबरन रुपये डाल कर एंटी करप्शन टीम को इशारा करते हैं। टीम के लोग तत्काल अंदर पहुंच कर प्रधानाचार्य को पकड़ लेते हैं। कहा कि उक्त शिक्षक द्वारा स्वामी ब्रम्हानंद की संस्था की छवि धूमिल की गई है। शिक्षकों ने एक स्वर से कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए बनाए गए कानून का दुर्पयोग हुआ है। कहा कि मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से कर निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी। जिससे कोई दूसरा निर्दोष व्यक्ति साजिश का शिकार न बन पाए।
कालेज के शिक्षकों ने कहा कि वेतन वृद्धि का कार्य प्रधानाचार्य के अधिकार क्षेत्र से बाहर है। ऐसे में वेतन वृद्धि के लिए रुपये मांगने का शिक्षक सुघर सिंह का आरोप बेबुनियाद हो जाता है। कहा कि यूटा ने भी उक्त मामले को समझे बिना ईमानदार व्यक्ति को षड़यंत्र में फंसाने में सहयोग किया। जिससे इस संगठन की नियत साफ नहीं कही जा सकती है। बैठक में सूरज सिंह, शैलेश कुमार खेवरिया, गोकरन सिंह राजपूत, राजीव कुमार, महेंद्र सिंह, चंद्रशेखर सिंह, भरत सिंह, सुदर्शन सिंह, मुदित गुप्ता, मुन्नालाल झा, रोहित ओमर, सरफराज अहमद, अनिल कुमार राजपूत, विनय महान, देवेंद्र शुक्ला आदि शिक्षक रहे।