राठ विधानसभा के जिगनी गांव में नहीं पड़ा एक भी वोट, आखिर क्या रही वजह
नेहा वर्मा, संपादक ।
राठ उरई रोड पर मंगरौठ मोड़ से जिगनी गांव तक नौ किलोमीटर जर्जर सड़क का 25 साल से निर्माण नहीं हुआ। ग्रामीणों की मांग पर किसी भी जनप्रतिनिधि ने सड़क निर्माण की सुध नहीं ली। मतदान बहिष्कार की चेतावनी के बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया। नाराज ग्रामीणों ने गांव में काले झंडे व मतदान बहिष्कार के बैनर पोस्टर लगा मतदान से किनारा कर लिया।
रविवार सुबह से मतदान केंद्र पर सन्नाटा पसरा रहा। बीडीओ व राजस्वकर्मियों के समझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने। एडीएम नमामिगंगे राजेश कुमार यादव ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के बाद विधायक गांव में झांकने तक नहीं आईं। वहीं जिले के आला अधिकारियों ने भी उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने अधिकारियों को खरीखोटी सुनायीं। कहा कि जनपद के आला अधिकारियों ने कभी उनकी सुध नहीं ली।
मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी पोलिंग पार्टी मतदान केंद्र पर जमी रही। ग्रामीणों ने चुनाव आयोग के टोल फ्री नंबर पर फोन कर बूथ बंद कराने की मांग की। जिसके बाद कर्मचारी सामान समेट कर चले गए। 17 सौ मतदाओं में से एक ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। एसडीएम राजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन मतदान के लिए तैयार नहीं हुए।