उत्तर प्रदेशराज्य

अफसर बिटिया योजना में निशुल्क शिक्षा पाकर अफसर बनेंगीं बुंदेलखंड की बेटियां – पल्लवी सिंह, फाउंडर आकार IAS

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नेहा वर्मा, संपादक ।

 

 

 

Jhansi News : सिविल सर्विसेज सहित अन्य सरकारी नौकरियों की तैयारी के लिए बुंदेलखंड के युवाओं को महानगरों का रुख करना पड़ता है। पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण संसाधनों के अभाव में अनेक युवाओं का अधिकारी बनने का सपना पूरा नहीं हो पाता। जिसको ध्यान में रखते हुए आकार IAS झांसी में अपनी नई ब्रांच खोलने जा रहा है। फाउंडर पल्लवी सिंह ने बताया कि उनके संस्थान में अफसर बिटिया के तहत बालिकाओं को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी।

 

आकार IAS की फाउंडर पल्लवी सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं रही। मैथली शरण गुप्ता, वृंदावन लाल वर्मा जैसे राष्ट्रकवि इसी बुंदेलखंड की देन हैं। खेल के क्षेत्र में मेजर ध्यानचंद का नाम आज भी बड़े सम्मान से लिया जाता है। फ़िल्म जगत की बात करें तो रानी मुखर्जी, राजा बुंदेला सहित अनेक जानीमानी हस्तियों ने बुंदेलखंड का नाम रोशन किया है। महान क्रांतिकारी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई बुंदेली बेटियों की प्रेरणा स्रोत हैं। पल्लवी सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड कृषि प्रधान क्षेत्र है। ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं के अभाव में कृषकों के बेटे बेटियां महानगरों का रुख करते हैं।

 

 

 

बुंदेलखंड के युवाओं को कोटा, प्रयागराज, लखनऊ, नोयडा, दिल्ली जैसी महानगरों में आगे की शिक्षा व सरकारी सेवाओं की तैयारी के लिए जाना पड़ता है। घर परिवार से दूर अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। जिसे देखते हुए शिक्षा के क्षेत्र में अलग पहचान बना चुके आकार IAS ने बुंदेलखंड जैसे पिछड़े क्षेत्र में अपनी ब्रांच शुरू करने का विचार बनाया है। जिससे यहाँ के छात्र छात्राओं को उच्य शिक्षा, तैयारी के लिए बड़े शहरों का रुख न करना पड़े। पल्लवी सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड में शिक्षा का ग्राफ तेज़ी से बढ़ रहा है। पर आर्थिक तंगी की वजह से होनहार छात्रों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाता है।

 

 

फाउंडर पल्लवी सिंह ने बताया कि आकार IAS लगातार अच्छे परिणाम देता आ रहा है। अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन में सैकड़ों छात्र छात्राएं विभिन्न क्षेत्रों में चयनित हुए हैं। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को शिक्षित करने के साथ साथ उनको प्रोत्साहित करके आगे बढ़ाने में हम सभी मार्गदर्शन देते रहते है। जिससे बेटियां भी देश सेवा में किसी भी क्षेत्र में पीछे न रहें। उन्होंने बताया कि बिटियों को आगे बढ़ाने व स्वाबलम्बी बनाने के उद्देश्य से 50 बेटियों को उनके संस्थान में नियमानुसार निःशुल्क शिक्षा दी जाती है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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