दीवान शत्रुघ्न सिंह ने राठ से भरी थी आजादी की हुंकार
नेहा वर्मा, संपादक ।
![Diwan Shatrughan Singh's birth anniversary celebration took place at GRV Inter College, Rath.](https://viratnewsnation.com/wp-content/uploads/2023/12/Picsart_23-12-25_23-19-07-010.jpg)
हमीरपुर, यूपी : बुंदेलखंड केशरी की उपाधि से विभूषित, राठ क्षेत्र के मंगरौठ के दीवान, भूदान आंदोलन में अपना पूरा गांव दान करने वाले दीवान शत्रुघ्न सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ राठ से क्रांति की हुंकार भरी थी। सोमवार को राठ शहर के जीआरवी इंटर कालेज में दीवान साहब का 123 वां जन्मोत्सव मनाया गया।
![Diwan Shatrughan Singh's birth anniversary celebration took place at GRV Inter College, Rath.](https://viratnewsnation.com/wp-content/uploads/2023/12/Picsart_23-12-25_23-19-42-899.jpg)
राठ के जीआरवी इंटर कालेज में बुंदेलखंड केशरी दीवान शत्रुघ्न सिंह का 123 वां जन्मोत्सव समारोह मनाया गया। श्रद्धांजलि सभा के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। बच्चों ने गीत, नाटक के माध्यम से रंगारंग प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत हर्षिता, नेहा, मांडवी ने सरस्वती वंदना से की। प्रवेश, रीशू पाल, समीक्षा आदि ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
मांडवी व काजल ने मां की ममता का बखान करते हुए मार्मिक गीत खुदा मुझसे मां की मोहब्बत न छीने प्रस्तुत किया। भक्ति गीत मेरा श्याम आ जाता मेरे सामने में आराधना ने अपने सुरों का जादू बिखेरा। समारोह में सेवानिवृत्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया। वहीं सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने दीवान साहब व उनकी पत्नी क्रांतिकारी रानी राजेन्द्र कुमारी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
समारोह के मुख्य अतिथि सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने कहा बुंदेलखंड की पावन धरा क्रांतिकारियों की जननी व कर्मभूमि रही है। आजादी के संग्राम में हमारे वीरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विद्यालय के प्रबंधक नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आर आर गुप्ता ने कहा कि दीवान साहब के नाम से अंग्रेजों की रूह कांप जाती थी। आजादी की जंग में पत्नी सहित कूद गए। उनके योगदान का यह देश हमेशा ऋणी रहेगा।
इस अवसर पर भाजपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष ब्रजकिशोर गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष महोबा जयप्रकाश अनुरागी, गोहांड ब्लाक प्रमुख अरविंद मुखिया, प्रबंधक डॉ रामरतन गुप्ता, अध्यक्ष डॉ रविंद्र मिश्रा, प्रधानाचार्य हेमंत कुमार, हरिमोहन चंसौरिया, डॉ शिवकुमार गुप्ता, अजय कुमार अग्रवाल, आदर्शमय खरे आदि रहे। संचालन डॉ विवेक नगायच ने किया।