मनु व सतरूपा ने भगवान को पुत्र रूप में पाने की ठानी हठ
नेहा वर्मा, संपादक ।
हमीरपुर जनपद के राठ नगर में जलविहार मेले का आयोजन किया जा रहा है। एक पखवारे तक चलने वाले मेले में जलविहार मंच पर श्रीराम कथा सुनाई जा रही है। शुक्रवार को उज्जैन से पधारीं बाल विदुषी प्रभुप्रिया रामायणी ने श्रीराम जन्म की कथा का रसपान कराया। उन्होंने कहा जब जब पृथ्वी पर पाप व अत्याचार बढ़ता है, अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना के लिए भगवान अवतार लेते हैं।
प्रभुप्रिया रामायणी ने कहा मनु सतरूपा ने भगवान को पुत्र रूप में प्राप्त करने की मन में ठानी। जिसके लिए उन्होंने घनघोर तप किया। उनके तप से प्रसन्न होकर प्रगट हुए प्रभु नारायण ने वर मांगने को कहा। मनु सतरूपा ने वरदान में भगवान को ही पुत्र रूप में मांग लिया। अगले जनम में मनु राजा दशरथ व सतरूपा कौशल्या बनीं। साक्षात नारायण ने राम के रूप में उनके घर जन्म लिया। कहा रावण, कुंभकरण के अत्याचार का नाश करने के लिए प्रभु ने अवतार लिया।
प्रभुप्रिया रामायणी ने कहा जब जब पृथ्वी पर पाप का भार बढ़ता है प्रभु अवतार लेते हैं। घर में चार पुत्रों के जन्म पर राजा दशरथ खुशी से फूले नहीं समा रहे। पूरी अवध नगरी खुशी से झूम उठी। घर घर मंगल सोहर गाए गए। कथा पंडाल में समिति के अध्यक्ष केजी अग्रवाल, प्रदीप कुमार गुप्ता, कैलाशचंद्र अग्रवाल, रमेशचंद्र सर्राफ, डॉ रामगोपाल गुप्ता, काशीप्रसाद गुप्ता, पंकज सोनी, नीरज सोनी, सुरेश खेवरिया सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।