राठ में 7 साल की बच्ची से रेप: चाचा कहकर जिसकी गोदी में खेलती थी वही बन गया हैवान
7 year girl raped: सात साल की मासूम बच्ची जिसे चाचा कहती थी और जिसकी गोद में खेलती थी वही शख्स हैवान निकला। मासूम को अपने घर ले जाकर उसकी आबरू रौंद डाली।
नेहा वर्मा, संपादक, विराट न्यूज नेशन।
सात साल की मासूम से की हैवानियत
Hamirpur: राठ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में टॉफी और कुरकुरे का लालच देकर अधेड़ व्यक्ति 7 साल की मासूम को अपने घर ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म कर डाला। खून से लथपथ बालिका जब घर पहुंची तो परिजनों के होश उड़ गए। घटना की जानकारी होते ही पुलिस एक्शन में आ गयी है।
यह भी पढ़ें हैवानियत: प्रेमी को मारकर उठा ले गए प्रेमिका, जंगल में युवती चीखती रही, अस्मत लूटते रहे दरिंदे
7 year girl raped: टॉफी देने के बहाने ले गया था घर
बालिका के पिता ने बताया कि उनकी 7 वर्षीय बेटी कक्षा 2 की छात्रा है। बुधवार की शाम वह घर के बाहर खेल रही थी। तभी गांव का 45 वर्षीय व्यक्ति उनकी बेटी को टॉफी कुरकुरे दिलाने के बहाने अपने घर ले गया। आरोपी के परिजन कहीं गए हुए थे। आरोप लगाया कि अधेड़ ने अपने सूने घर में उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद उसे घर से भगा दिया।
यह भी पढ़ें पति के तीन टुकड़े किए, 20 दिन तक प्रेमी के साथ पति की लाश पर सोई पत्नी
7 year girl raped: खून से लथपथ घर पहुंची मासूम
बच्ची खून से लथपथ हालत में घर पहुंची। जिसे देख परिजनों के होश उड़ गए। पूँछने पर मासूम ने रोते हुए पूरी घटना बताई। पिता ने बताया कि उन्होंने आरोपी को पकड़ कर पूंछतांछ की। ग्रामीणों ने पहले थाने जाने की बात कही। वह थाने में शिकायत करने आये तभी आरोपी मौका पाकर भाग निकला। मामले की सूचना मिलते ही सीओ राजीव प्रताप सिंह व कोतवाल रामआसरे सरोज गांव पहुंचे गए।
यह भी पढ़ें पति को बांधकर प्रेमी से बनाती थी संबंध! बुलंदशहर की रुबीना-सलीम की कहानी रूह कंपा देगी
7 year girl raped: जिसकी गोद में खेली उसी ने रौंद डाला
पिता ने बताया कि आरोपी गांव का ही है जो अक्सर उनके साथ उठता बैठता था। बेटी उसे चाचा कहती थी। वह बेटी को टॉफी चाकलेट के लिए पैसे देता रहता था। उन्हें क्या पता था कि जिसे अपना खास समझते थे उसकी बेटी पर ही नियत खराब थी। वहीं सीओ राजीव प्रताप सिंह ने कहा कि रिपोर्ट दर्ज कर बालिका को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
बाल अपराधों और संरक्षण से जुड़ी सरकारी जानकारी के लिए NCPCR की आधिकारिक वेबसाइट देखें।