प्रेमी के फरेब ने उड़ा दिए युवती के होश, फिर वह हुआ जिसकी कल्पना नहीं कि थी
नेहा वर्मा, संपादक, विराट न्यूज नेशन ।
दो जनपदों आजमगढ़ व हमीरपुर के बीच दो दिलों में पनप रही प्रेम कहानी का दर्दनाक हस्र सामने आया है। छोटी सी इस प्रेम कहानी में प्रेमी का फरेबी रूप में सामने आया। वहीं इसमें प्रेमिका की भी नादानी को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। गलती किसी की भी हो पर इसका खामियाजा दोनों परिवारों को जगहंसाई के रूप में चुकाना पड़ा।
हजारों में ठहरी उस एक पर नजर
आजमगढ़ की रहने वाली मंजू व हमीरपुर जनपद के मझगवां निवासी अनिल सोशल मीडिया एकाउंट फेसबुक पर दोस्त थे। यूं तो दोनों की फ्रेंड लिस्ट में हजारों दोस्त होंगे। पर करीब आठ माह पूर्व दोनों की नजर एक दूसरे पर ठहर गई। एक दूसरे की प्रोफाइल पिक्चर घंटों देखना। हर पोस्ट पर लाइक व कमेंट करना अच्छा लगता था। जल्दी ही दोनों की चेटिंग होने लगी। स्वाभाव पसंद आने पर एक महीने के अंदर दोनों अच्छे दोस्त बन गए।
सात माह में सात फेरों का सफर
मंजू व अनिल की दोस्ती एक माह में ही प्यार में बदल गई। दोनों एक दूसरे को पसंद करते ही थे। बस फिर दोनों प्यार के सफर में आगे बढ़ते गए। घंटों एक दूसरे से बात करना, वीडियो कॉल पर एक दूसरे को देख कर खुश होना उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया था। इन सात महीनों का प्यार दोनों को इस कदर करीब लाया कि उन्होंने सात जन्मों तक साथ देने का वादा कर लिया। दोनों शादी के लिए तैयार हो गए।
बाबुल का घर छोड़ पहुंच गई दुल्हन बनने
मात्र सात माह में मंजू ने अपने पिता का घर छोड़ प्रेमी के साथ रहने का निश्चय कर लिया। यहां अनिल भी अपने फेसबुक के प्यार के साथ हसीन दुनियां बसाने के सपने देखने लगा। हालांकि अनिल के प्यार में इतनी ताकत नहीं थी कि वह मंजू के घर जाकर उसके माता पिता से शादी की बात कर सके। लेकिन अनिल के प्यार में पागल मंजू किसी भी हद तक जाने को तैयार थी। आखिर 2 जून की शाम वह सब कुछ छोड़ कर अपने प्रेमी से मिलने हमीरपुर जिले के राठ नगर पहुंच गई।
प्रेमी का असाली रूप देख बिखर गए सपने
मंजू घर से तो चली थी अपने प्रेमी के साथ एक हसीन दुनियां बसाने। पर अपने प्रेमी को सामने देख उसकी दुनियां ही उजड़ गई। मंजू का कहना है कि उसका प्रेमी कद में छोटा व दिव्यांग है। जबकि उसने सात माह के प्यार में यह बात उससे छिपाए रखी। मंजू ने बताया कि उसने हजारों बार अपने प्रेमी से वीडियो कॉल पर बात की। पर हमेशा अनिल अपना चेहरा ही दिखाता था। मंजू को इस संबंध में कोई आसंका भी नहीं थी। वह तो प्यार में इस कदर अंधी हो चुकी थी कि अपना सब कुछ छोड़ कर आ गई थी।
हंगामा होने पर कोतवाली पहुंचा मामला
मंजू अपने प्रेमी अनिल का असली रूप देख आपा खो बैठी और जमकर हंगामा किया। आरोप लगाया युवक ने अपनी दिव्यांगता छिपा कर उसके साथ छल किया है। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस युवती को कोतवाली ले गई। कोतवाल दिनेश सिंह ने कहा सोशल मीडिया से युवक व युवती एक दूसरे से जुड़े थे। सामने पहुंचने पर युवक का छोटा कद देख युवती आहत हुई। कहा युवती को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
युवाओं के लिए नशीहत है यह प्रेम कहानी
इस प्रेम कहानी का अंत जो भी हो पर इससे युवाओं को नशीहत जरूर लेनी चाहिए। अक्सर सोशल मीडिया पर चार दिन की दोस्ती व प्यार में युवा अंधे हो जाते हैं। अपने माता पिता की वर्षों की परवरिश व प्यार दुलार तक भुला बैठते हैं। वह भी एक ऐसे व्यक्ति के लिए जिसके बारे में सिर्फ उतना जानते हैं जितना सामने वाला खुद बताता है। इस उतावलेपन से न सिर्फ युवा खुद का नुकसान करते हैं बल्कि अपने परिवार की अस्मत भी तारतार कर बैठते हैं। युवाओं की इसी नादानी का असामाजिक तत्व भी फायदा उठाते हैं।
(इस पूरे घटनाक्रम में दोषी कौन है ? क्या अनिल ने जो किया वह सही था ? क्या मंजू द्वारा उठाया गया कदम व सच सामने आने पर उसकी प्रतिक्रिया सही है ? नीचे 👇 कमेंट बॉक्स में कमेंट कर जरूर बताएं)
Dono hi galat hain. Yek ne pyar ke naam par dhokha diya to doosre ne yek anjan ke liye apne pariwar ke pyar ko bhi thukra diya.
Why are you telling a lie
How can it possibly