यूपी विधानसभा के संग्राम में हुई भगवान कृष्ण की एंट्री
नेहा वर्मा, संपादक ।
सत्ता पाने के लिए राजनैतिक दलों व नेताओं के दांवपेंच किसी से छिपे नहीं हैं। सत्ता का स्वाद चखने के लिए जाती धर्म के साथ ही भगवान का बंटवारा करके से भी नहीं चूकते। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर भगवान राम के नाम पर राजनीति करने के आरोप लगते रहे हैं। इस बार यूपी विधानसभा 2022 के महासंग्राम में भगवान कृष्ण की एंट्री हो गयी है। भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने भगवान कृष्ण की प्रेरणा बताते हुए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को मथुरा से चुनाव लड़ने की मांग उठा दी है। जिसके बाद भगवान श्रीकृष्ण सपा मुखिया अखिलेश यादव के सपने में पहुंच गए।
सपा मुखिया अखिलेश यादव का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण रोज उनके सपने में आते हैं। अखिलेश यादव का दावा है कि श्रीकृष्ण उनके सपने में आकर कहते हैं कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने वाली है। उन्होंने कहा कि कोई भी दिन ऐसा नहीं होता जब भगवान उनके सपने में आकर ऐसा न कहते हों। सपा अध्यक्ष के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति का पारा गर्मा गया है। उनके इस बयान पर अलग अलग टिप्पिड़ियाँ कीं जा रहीं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश यादव के भगवान कृष्ण के सपने में आने वाले बयान पर तंज कसा है।
दरसल भगवान कृष्ण से जुड़ा एक बयान अखिलेश यादव से पहले भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव दे चुके हैं। सांसद ने एक पत्र लिख कर योगी आदित्यनाथ को मथुरा से चुनाव लड़ाने की मांग की है। सांसद का दावा है कि उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की प्रेरणा से यह पत्र लिखा है। उसी पत्र को लेकर एक पत्रकार द्वारा सवाल पूँछे जाने पर बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए भगवान श्रीकृष्ण के सपने में आने वाला बयान दिया। वहीं अखिलेश यादव ने कहा की हमारे मुख्यमंत्री फैल हो चुके हैं। उन्हें जो पास कराने आ रहे हैं वह भी नहीं करा पाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी सरकार बनने पर रामराज्य आएगा।