Shrimad Bhagwat Purana: मित्रता में गरीब अमीर का भेद नहीं होता- श्रुति भारद्वाज
Shrimad Bhagwat Purana: विपत्ति के समय साथ देने वाला ही सच्चा मित्र होता है। मित्रता में अमीर-गरीब का भेद नहीं होता। मित्रता में स्वार्थ की कोई जगह नहीं होती है। भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता इसका उदाहरण है।
नेहा वर्मा, संपादक, विराट न्यूज नेशन ।
Hamirpur News: राठ क्षेत्र के कैंथा सदर गांव के चल रही श्रीमद भागवत कथा में कृष्ण सुदामा की कथा सुनाई। कथा व्यास ने कहा कि मित्रता में गरीब अमीर का भेद नहीं होता। कथा के समापन पर भंडारा हुआ।
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शीतला माता मंदिर में सुदामा चरित्र सुनाते हुए कथा व्यास श्रुति भारद्वाज ने कहा कि गुरुकुल में अमीर गरीब का भेद नहीं होता था। त्रिलोक के स्वामी श्रीकृष्ण व दरिद्र ब्राह्मण सुदामा ने एक साथ विद्या ग्रहण की। वर्षों बाद जब सुदामा अपने बाल सखा से मिलने आए तो द्वारिकाधीश उन्हें लेने नंगे पांव दौड़ पड़े।
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Shrimad Bhagwat Purana: कथा व्यास ने कहा कि भले ही सुदामा कोई कामना लेकर नहीं आए थे फिर भी कृष्ण ने उन्हें अनमोल सौगात दी। कथा व्यास ने कहा कि यदि मित्र सक्षम है तो उसे अपने मित्र की सहायता जरूर करनी चाहिए। कथा संचालक पंडित प्रदीप दीक्षित ने बताया कि मंगलवार को भंडारा हुआ।