हमीरपुर; लड़खड़ाती जुबान से बोला मेरे घर वालों को बुला दो, फिर बंद हो गईं आंखें
नेहा वर्मा, संपादक।
एक जुनून में लोग आत्महत्या जैसा कदम तो उठा लेते हैं, पर अपने अंतिम समय मे चाह कर भी वापस नहीं लौट पाते। मौत को गले लगाने के लिए व्यक्ति जहर खा लेता है अथवा कोई और तरीका अपनाता है। पर जब मौत उसके सामने आती है तब जिंदगी की भीख मांगता है। अफसोस, तब उसे भीख में भी जिंदगी नहीं मिलती। ऐसा ही मामला देखने को मिला हमीरपुर जनपद में राठ कोतवाली क्षेत्र के रौरो गांव में।
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कोतवाली क्षेत्र के रौरो गांव में खेत पर काम करने गए युवक ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। जानकारी होने पर परिजनों ने सीएचसी में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक के भाई जाहर सिंह ने बताया कि उनके पिता परशुराम यादव के नाम पर करीब 40 बीघा कृषि भूमि है। जिस पर वह अपने छोटे भाई अरुण सिंह (22) के साथ खेती करते थे। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे अरूण खेत गए थे। खेत में उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया।
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जहर खाने के बाद उनकी हालत बिगड़ गयी। सामने मौत खड़ी देख जिंदगी के लिए भागने लगे। यह सोच कर गए थे कि खेत मे अकेले में आत्महत्या करेंगे। जिससे कोई बचाने न आ पाए। पर जब लगा कि मौत का गयी तब जिंदगी के लिए भरसक प्रयास किया। हालत खराब होने पर चरवाहों के माध्यम से घर में सूचना भेजी। मौके पर पहुंचे परिजनों को वह अचेत अवस्था में मिले। परिजनों ने सीएचसी में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक अभी अविवाहित थे। परिजन आत्महत्या का कारण नहीं बता पा रहे हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।