चिता से शव के उठने की उम्मीद टूटी, मौत को मात देने वाली अनिता 20 दिन बाद हार गई जिंदगी की जंग
नेहा वर्मा, संपादक ।
एम्बुलेंस में मुर्दा महिला ने उठकर पानी मांगा, फिर खाना भी खाया। जिसके बाद घर आकर अपने पति व बच्चों के साथ रहने लगी। 20 दिन बाद उस मुर्दे की मौत हो गयी। यह कोई फ़िल्म की कहानी नहीं है, आप खुद पढ़ लीजिये…
हमीरपुर, यूपी : राठ क्षेत्र के सदर गांव निवासी महिला के साथ हुए चमत्कार से हमने आप को अवगत कराया था। डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित महिला ने घर लाते समय रास्ते में उठकर पति से पानी मांगा था। जिसके बाद वह बीस दिन तक जिंदा रहीं। उनकी हालत में चमत्कारिक परिवर्तन आ गया था। बुधवार तड़के करीब पांच बजे महिला की मौत हो गई।
क्षेत्र के सदर गांव निवासी मातादीन रैकवार ने बताया पत्नी अनीता (33) को ब्लड कैंसर की बीमारी थी। जिनका जालंधर में इलाज करा रहे थे। वहीं मजदूरी करने वाले अपने रिश्तेदार के यहां रहते थे। बताया करीब 20 दिन पहले पत्नी की हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
शव को परिजनों की सुपुर्दगी में कर दिया। अस्पताल में अंतिम संस्कार के लिए मोक्ष धाम का पता भी बता दिया गया था। लेकिन परिजन अपने गांव में अंतिम संस्कार करना चाहते थे। इस लिए शव को घर लाने के लिए 30 हजार रुपए में एम्बुलेंस बुक की। बताया वह एंबुलेंस से पत्नी के शव को घर ला रहे थे। नोयडा पहुंचने पर उनकी पत्नी उठ गईं और पानी मांगने लगीं।
पत्नी को जिंदा देख खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह उन्हें घर लाए जहां वह चलने फिरने और बोलने लगीं। जिसने भी यह चमत्कार सुना वहीं उनके घर देखने पहुंचा। बताया बुधवार तड़के अचानक हालत बिगड़ी और मौत हो गई। अनीता की मौत पर पुत्र समर (5) व पुत्री सोनिया (3) का रो रो कर बुरा हाल है। मातादीन ने बताया वह मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं।