जानवर भी न रहें जिस हालत में रहता है यह परिवार
प्रधान से लेकर मुख्यमंत्री तक से लगाई गुहार, नहीं मिला आवास
नेहा वर्मा, संपादक ।
Hamirpur, UP ; दलदल भरे छप्पर में खाने से लेकर सोने को मजबूर गरीब को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिला। आवास के लिए प्रधान से लेकर मुख्यमंत्री तक से गुहार लगा चुका है। जिसके बावजूद जिम्मेदारों के कानों तक मजलूम की आवाज नहीं पहुंच रही।
मां के नाम हुए पट्टे पर छप्पर बनाकर रहता है परिवार
मझगवां थाना क्षेत्र के इटौरा गांव निवासी राम महेश अनुरागी ने बताया भूमिहीन हैं। मजदूरी से अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। बताया मकान के नाम पर उनके पास एक मात्र छप्पर है। यह छप्पर भी अपनी मां कंछी के नाम पर सालों पहले मिले आवास पट्टे पर बनाए हैं।
बारिश में दलदल बन गई छप्पर की जमीन
इसी छप्पर के नीचे पत्नी सुनीता, पुत्र कृष्णा (12), शशि (14), अजय (9), विजय (5), अंशू (3) के साथ रहते हैं। बारिश में छप्पर, की जमीन कीचड़ से दलदल बन चुकी है। इसी दलदलनुमा गंदगी से भरी छप्पर की जमीन पर खाना पकाते हैं व परिवार सहित बैठ कर खाते भी हैं।
जानवर भी न रहें जहां रहता है गरीब परिवार
ऐसी जगह पर जानवर भी रहना पसंद न करें जहां मासूम बच्चों सहित यह परिवार रहता है। बताया तेज बारिश के कारण दो दिन उनके घर में खाना ही नहीं बना। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर चुके हैं। प्रधान से कहने पर भी कोई जवाब नहीं मिला।
कहीं सुनवाई न होने पर आवास की उम्मीद टूटी
राम महेश अनुरागी ने बताया आवास के लिए समाधान दिवस में गुहार लगा चुके हैं। कोई सुनवाई न होने पर मुख्यमंत्री को ऑनलाइन पत्र भेजा। जिसके बावजूद उन्हें आवास योजना का लाभ नही मिल रहा है। बताया अब उन्होंने आवास मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी है।
प्रधान बोले आवास दिलाने का कर रहे प्रयास
छप्पर में कीचड़ व पानी भरा होने से पूरा परिवार बाहर बैठ कर रातें गुजारता है। ग्राम प्रधान राजेंद्र राजपूत ने बताया राम महेश की मां के नाम से आवास स्वीकृत हुआ था। उसी समय इनकी मां की मौत हो गई थी। कहा आवास के लिए प्रयास किया जा रहा है।