यूपी; हमीरपुर में प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) घोटाले में दो बीडीओ निलंबित, 23.60 लाख का हुआ था बंदरबांट
नेहा वर्मा, संपादक ।
भ्रस्टाचार के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने हमीरपुर जनपद में बड़ी करवाई की है। यहां प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में जांच के दौरान बड़े पैमाने पर धांधली सामने आई थी। जिस पर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने गोहांड बीडीओ विजय शंकर शुक्ला व जिला प्रशिक्षण अधिकारी रत्नेश सिंह को निलंबित कर दिया है। उक्त दोनों अधिकारियों को आयुक्त ग्राम विकास लखनऊ से सम्बद्ध किया गया है।
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वहीं तत्कालीन सीडीओ आरके सिंह के खिलाफ सेवनिर्वृत्ति के बाद जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच के लिए संयुक्त विकास आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल को जांच अधिकारी बनाया गया है। यह कार्रवाई मौदहा ब्लॉक के छिमौली गांव में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 21 अपात्र लाभार्थियों के खाते से 23 लाख 60 हजार रुपये की धनराशि निकालने के मामले में की गई है।
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मौदहा ब्लॉक के छिमौली गांव में वर्ष 2018 – 19 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में अधिकारियों की मिलीभगत से बड़ी धांधली का मामला सामने आया था। जिसमें 21 अपात्र लाभार्थियों के खाते से 23 लाख 60 हजार रुपये की धनराशि निकाली गई थी। उक्त मामले में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व कम्प्यूटर ऑपरेटर के नाम सामने आए थे। यह घोटाला तत्कालीन बीडीओ विजयशंकर शुक्ला व प्रभारी बीडीओ रत्नेश सिंह के समय हुआ था।
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रत्नेश सिंह इस समय जिला ग्राम्य विकास प्रशिक्षण संस्थान मौदहा में जिला प्रशिक्षण अधिकारी के पद पर तैनात हैं। वहीं विजय शंकर शुक्ला वर्तमान में गोहांड ब्लॉक के बीडीओ हैं। शुरुआती जांच के दौरान कम्प्यूटर ऑपरेटर की सेवा समाप्ति की जा चुकी है। वहीं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को निलंबित किया जा चुका है। उक्त मामले में छिमौली ग्राम प्रधान को नामजद करते हुए मौदहा कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज है।