राठ; सदर गांव में विरमा नदी पर पुल के लिए विधायक ने उपमुख्यमंत्री को लिखा पत्र
नेहा वर्मा, संपादक ।
● जनसेवक मलखान निषाद की मांग पर विधायक ने की पहल
हमीरपुर जनपद में राठ क्षेत्र के कैंथा सदर गांव में विरमा नदी पर पुल न होने से आवागमन में असुविधा हो रही है। किसानों को पचास किलोमीटर का चक्कर लगाकर अपने खेतों में जाना पड़ता है। राठ जिला बनाओ आंदोलन के जनक जनसेवक मलखान सिंह निषाद ने पुल निर्माण के मुद्दे पर हस्ताक्षर अभियान चला कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद मलखान सिंह ने राठ विधायक मनीषा अनुरागी को ज्ञापन सौंपते हुए 100 मीटर पुल निर्माण की मांग की। मलखान सिंह की मांग को गंभीरता से लेते हुए विधायक ने उपमुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।
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सदर गांव के जनसेवक मलखान सिंह निषाद ने बताया कि कैंथा सदर के अंतर्गत 938 एकड़ कृषि भूमि, 237 एकड़ बंजर भूमि तथा 156 एकड़ वन विभाग की जमीन है। कृषि योग्य भूमि पर किसान खेती कर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। मौदहा बांध बन जाने पर कैंथा गांव तक विरमा नदी में जलभराव रहता है। जिसके चलते किसानों को पचास किलोमीटर का चक्कर लगाकर अपने खेतों में जाना पड़ रहा है।
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नदी पर पुल न होने के कारण समय से कृषि कार्य न होने सहित अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जबकि नदी पर सौ मीटर पुल बनने से यह दूरी खत्म हो जाएगी। जयपाल कैंथा, मछुआ संघ के बुंदेलखंड महासचिव मूलचंद्र रायकवार, देवीदीन, नत्थू अहिरवार, रामकिशन, जयसिंह राजपूत, मलखान सिंह यादव, सत्यप्रकाश, रामजीवन, नंदकिशोर, प्रताप सिंह, राजेंद्र कुमार, प्रतिपाल, कुंजबिहारी, रामबाबू, दृगसिंह, वीरेंद्र कुमार, फलसिंह आदि ग्रामीणों ने विधायक मनीषा अनुरागी व एसडीएम अशोक यादव को ज्ञापन सौंपते हुए विरमा नदी पर पुल बनाए जाने की मांग की थी।