हमीरपुर; बंद कमरे में झूल रहा था किसान का शव, सुसाइड नोट में लिखी थी यह बात
नेहा वर्मा, संपादक ।
हमीरपुर जनपद में राठ कोतवाली क्षेत्र के मवई गांव में 40 वर्षीय किसान ने खुद को कमरे में बंद कर फांसी लगा ली। जब तक परिजनों को जानकारी हुई उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खोल कर शव को बाहर निकाला। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
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मवई गांव निवासी गुलाब सिंह राजपूत (40) के नाम पर आठ बीघा जमीन है। जिस पर खेती कर वह अपने परिवार का भरण पोषण करता था। परिवार में पत्नी जालेश, पुत्री राधा (16), राखी (14) व पुत्र विकास (8) हैं। ग्रामीणों के अनुसार सोमवार रात गुलाब सिंह गांव में एक कुआ पूजन के कार्यक्रम में शामिल होने गया था। जहां से लौट कर घर पहुंचने के बाद अपने कमरे में चला गया। परिजनों ने समझा कि वह कमरे में सोने गया है। इस लिए किसी ने उसपर ध्यान नहीं दिया।
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कमरे में पहुंचने के बाद गुलाब सिंह ने अंदर से सांकल लगा ली। अंदर से कमरा बंद कर रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। कुछ देर बाद उनकी पत्नी जालेश ने कमरा बंद देख आवाज लगाई। अंदर से कोई आवाज न आने पर उन्हें चिंता हुई। उन्होंने दरवाजा खोलने का प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली । दरवाजा न खुलने पर उन्होंने खिड़की से झांक कर देखा। जहां उनके पति का शव फांसी पर झूल रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खोल कर शव को बाहर निकाला।
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राठ कोतवाल राजेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ हैं। जिसमें मृतक ने अपनी आत्महत्या के लिए किसी को दोषी न ठहराने की बात लिखी है। ताज्जुब की बात यह है कि सुसाइड नोट में आत्महत्या करने की वजह नहीं लिखी गयी है। कोतवाल ने बताया कि पुलिस ने बंद कमरे के किवाड़ अलग कर शव को बाहर निकाला है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया है । किसान की मौत से उसकी पत्नी व बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है।