क्षेत्रीयहमीरपुर

शर्मनाक : जिसे भाई मानकर बांधती थी राखी उसी ने मौका मिलने पर बनाया हवस का शिकार

Spread the love

 

 

नेहा वर्मा, संपादक ।

 

 

 

Hamirpur, UP : राठ में 16 साल की बालिका को यह पता नहीं था कि जिस कलाई पर राखी बांध कर अपनी रक्षा का वचन लेती थी वही कलाई उसके लिए शैतानी पंजा बन जाएगी। रिश्तों और विश्वास का खून करते हुए कामांध पड़ोसी ने अपनी मुंहबोली बहन को ही हवस का शिकार बना लिया।

 

 

 

 

यह शर्मनाक मामला सामने आया है राठ शहर के एक मोहल्ले से। एक ही गांव के दो परिवार शहर के एक मोहल्ले में आसपास रहते हैं। एक परिवार की 16 साल की लड़की दूसरे परिवार के युवक को भाई मानती थी। हर साल रक्षा बंधन पर अपने मुंहबोले भाई की कलाई पर राखी बांधते हुए अपनी रक्षा का वचन लेती थी। पर उसे यह पता ही नहीं था कि उसका रक्षक कब भक्षक बन जायेगा।

 

 

 

 

राठ शहर के एक मोहल्ला निवासी व्यक्ति ने बताया 22 सितंबर को उनकी 16 वर्षीय पुत्री घर में अकेलीं थीं। तभी पड़ोसी राजू मौका देख कर घर में घुस गया। किशोरी राजू को हर साल राखी बांधती थी। आरोप है युवक ने उनकी पुत्री के साथ दुष्कर्म किया। किसी से बताने पर पिता व भाई को जान से मारने की धमकी देते उसे अपना मुंह बंद रखने के लिए धमकाया। मनमानी करने के बाद वहां से चला गया।

 

 

 

 

किशोरी ने डर की वजह से घर में किसी को घटना की जानकारी नहीं दी। पर इस हैवानियत की वजह से वह अंदर से बुरी तरह टूट चुकी थी और गुमसुम रहने लगी। उसे डरा सहमा देख परिजनों ने समझा बुझा कर पूंछा। तब उसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। कोतवाल संजय कुमार सिंह ने कहा तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।

3 thoughts on “शर्मनाक : जिसे भाई मानकर बांधती थी राखी उसी ने मौका मिलने पर बनाया हवस का शिकार

  • Your point of view caught my eye and was very interesting. Thanks. I have a question for you.

  • Thank you for your sharing. I am worried that I lack creative ideas. It is your article that makes me full of hope. Thank you. But, I have a question, can you help me?

  • I don’t think the title of your article matches the content lol. Just kidding, mainly because I had some doubts after reading the article.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Exit mobile version