Mahoba husband wife suicide: 24 घंटे में टूटी दो जिंदगियां: पति ने खाया जहर, पत्नी ने लगाया फंदा
Mahoba husband wife suicide: महोबा के गौरहारी गांव में 24 घंटे के भीतर एक पति-पत्नी की आत्महत्या ने हर किसी को झकझोर दिया। शराब, घरेलू हिंसा और धमकियों ने दो जिंदगियों को खत्म कर दिया।
नेहा वर्मा, संपादक, विराट न्यूज नेशन।
Mahoba: जिले के गौरहारी गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मात्र 24 घंटे के भीतर एक पति-पत्नी की मौत ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया। पहले पति ने सल्फास खाकर जान दी और उसके ठीक अगले दिन पत्नी ने ससुराल पक्ष की धमकियों से परेशान होकर फांसी लगा ली।
शराब, प्रताड़ना और टूटा रिश्ता
इस दुखद कहानी की शुरुआत होती है प्रियंका से, जो चरखारी कोतवाली क्षेत्र के करन प्रजापति की बेटी थी। उसकी शादी करीब दो साल पहले हमीरपुर जिले के सरीला निवासी केशव प्रजापति से हुई थी।
शादी के बाद से ही प्रियंका को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। केशव शराब का आदी था और अक्सर मारपीट करता था। उसका जेठ भी प्रियंका को तंग करता था।
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मायके में भी नहीं मिला चैन
साल भर पहले प्रियंका के पिता ने उसे प्रताड़ना से बचाने के लिए मायके बुला लिया। कई बार समझौते की कोशिशें की गईं लेकिन केशव की शराब की लत कम न हुई।
7 जून 2025 को, केशव ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। यह खबर प्रियंका तक पहुंची तो वह टूट गई, फिर भी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुई।
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धमकियों ने तोड़ी रही-सही हिम्मत
Mahoba husband wife suicide: केशव के अंतिम संस्कार के दौरान उसके परिजनों ने प्रियंका और उसके पिता को धमकियां दीं। इसी मानसिक तनाव और डर से प्रियंका ने अपने ही घर में फांसी लगा ली।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
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सवाल कई, जवाब कोई नहीं…
क्या शराब की लत किसी को इतना तोड़ सकती है। क्या समाज अभी भी बहू को बेटी जैसा सम्मान नहीं दे सका। क्या कानून के बावजूद घरेलू हिंसा पीड़िताएं सुरक्षित हैं। सवाल यह भी उठ रहा है कि जब प्रियंका अपने मायके में थी और कई बार समझौते असफल हो चुके थे, तो क्या प्रशासन को बीच में नहीं आना चाहिए था।
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