इटली में बुर्का-नकाब बैन की तैयारी! नहीं माना तो लगेगा ₹3 लाख जुर्माना – मेलोनी सरकार का बड़ा कदम
Italy Burqa Ban Law: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की सरकार ने पूरे देश में बुर्का और नकाब पर बैन लगाने का प्रस्ताव रखा है। उल्लंघन पर ₹3 लाख तक जुर्माना लगेगा।
Giorgia Meloni Government और Italy Burqa Ban Law: पूरा विवाद समझिए
यूरोप के देश इटली में अब बुर्का और नकाब पर बैन लगाने की तैयारी जोरों पर है। प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) की सत्तारूढ़ पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली (Brothers of Italy) ने संसद में ऐसा बिल पेश किया है, जिसमें पूरे देश के सार्वजनिक स्थानों पर चेहरे को ढकने वाले कपड़ों — जैसे बुर्का, नकाब और फुल-फेस वील — को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव है।
Italy Burqa Ban Law के मुख्य बिंदु
- सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढकना मना होगा
स्कूल, विश्वविद्यालय, ऑफिस, शॉपिंग एरिया, पार्क और अन्य पब्लिक प्लेसेज़ में बुर्का या नकाब पहनना बैन किया जाएगा। - भारी जुर्माने का प्रस्ताव
इस बिल के तहत जो नियम तोड़ेगा, उस पर 300 से 3,000 यूरो (₹30,000 से ₹3 लाख) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। - मस्जिदों और धार्मिक संस्थानों की फंडिंग पर नियंत्रण
बिल में यह भी कहा गया है कि मुस्लिम संगठनों की विदेशी फंडिंग की जांच की जाएगी ताकि उग्रवाद या धार्मिक नफरत को रोकने में मदद मिले।
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कानून में ऐसे मामलों में कठोर सजा देने का प्रावधान होगा। इससे महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की बात कही जा रही है।
Italy Burqa Ban Law का उद्देश्य
सांसद एंडिया डेलमास्त्रो, जो इस बिल के योजनाकारों में से एक हैं, का कहना है कि —
“धार्मिक स्वतंत्रता पवित्र है, लेकिन इसका पालन संविधान और राष्ट्रीय सिद्धांतों के अनुसार होना चाहिए।”
इस कानून का उद्देश्य इस्लामिक अलगाववाद और धार्मिक उग्रवाद को रोकना बताया गया है। समर्थकों के अनुसार, यह कानून सामाजिक एकता और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेगा।
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आलोचना और विवाद
हालांकि, इस बिल को लेकर देश के अंदर काफी विरोध भी हो रहा है।
मानवाधिकार संगठनों और मुस्लिम समुदाय के नेताओं का कहना है कि यह प्रस्ताव धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है।
कई लोग मानते हैं कि महिलाओं को अपनी पसंद से कपड़े पहनने की आजादी होनी चाहिए। आलोचकों का यह भी कहना है कि Italy Burqa Ban Law केवल मुस्लिम महिलाओं को निशाना बना रहा है, जिससे भेदभाव की भावना बढ़ेगी।
यूरोप में ऐसा कानून नया नहीं
इटली से पहले फ्रांस, बेल्जियम, डेनमार्क और नीदरलैंड्स जैसे देशों में भी बुर्का और नकाब बैन के कानून पहले से लागू हैं।
इन देशों ने तर्क दिया था कि सार्वजनिक पहचान और सुरक्षा के लिए चेहरा दिखाना ज़रूरी है।
इसी तर्ज पर अब Italy Burqa Ban Law को भी “सिविल आइडेंटिटी” की रक्षा के रूप में पेश किया जा रहा है।
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विशेषज्ञों की राय
कुछ कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह बिल यूरोपीय मानवाधिकार कानूनों के विपरीत जा सकता है।
संभावना है कि यह मुद्दा भविष्य में यूरोपियन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स (ECHR) में भी चुनौती बन सकता है।
Italy Burqa Ban Law पर संसद में बहस तेज़ है।
अगर यह कानून पास हो गया तो यह न केवल मुस्लिम महिलाओं के परिधान पर असर डालेगा, बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों के बीच संतुलन पर भी बड़ा सवाल खड़ा करेगा।
मेलोनी सरकार इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और “इटैलियन पहचान” का मामला बता रही है, जबकि विरोधी दल इसे “धार्मिक असहिष्णुता” कह रहे हैं।
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