जिंदा को मृत दिखा कर दिया फर्जी बैनामा, लेखपाल सहित आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इरफान अली, हमीरपुर ।
हमीरपुर जनपद के जलालपुर थाना क्षेत्र में जिंदा को मृत दिखाकर जमीन हड़पने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने तत्कालीन लेखपाल सहित आठ लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की। रिपोर्ट दर्ज न होने पर उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई। जब कहीं नहीं सुनी गई तो मजबूर होकर कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
जालौन जिले के सिमिरिया गांव निवासी प्रताप सिंह ने बताया जलालपुर थाने के भेड़ी गांव में उनकी बुआ हैं। पिता रूपसिंह भेड़ी गांव में रहे जहां उनके नाम पर करीब 40 साल पहले कृषि भूमि का पट्टा हुआ था। बताया पिता के बीमार होने पर वह मां पिता व परिवार सहित अपने पैत्रिक गांव आटा थाने के सुरहती लौट गए। भेड़ी की कृषि भूमि फूफा इंद्रजीत सिंह बलकट पर लेने लगे। 2021 में बलकट की धनराशि के लिए फूफा टालते रहे।
बताया अक्टूबर नवंबर माह में रुपये मांगने पर पिता द्वारा बैनामा करने की बात कहते हुए खेतों को अपना बताने लगा। कागजात देखने पर ज्ञात हुआ इंद्रजीत के पुत्र ध्यानेंद्र ने कूटरचित अपंजीकृत वसीयत राठ तहसीलदार के न्यायालय में दाखिल कर राजस्व अभिलेखों में जमीन अपने नाम दर्ज करा ली। ध्यानेंद्र, गवाह गोरेलाल व रामहेत ने उनके पिता के अविवाहित होने व मृत्यु होने का झूठा शपथ पत्र न्यायालय में दाखिल किया था। जबकि आदेश के 15 माह बाद उनके पिता की मौत हुई।
आरोप लगाया ध्यानेंद्र ने 21 जून 2016 को साजिशन जमीन का बैनामा सत्येंद्र प्रताप शिक्षा प्रसार समिति के नाम कर दिया। समिति के प्रबंधक खुद ध्यानेंद्र के पिता इंद्रजीत व संरक्षक भाई सत्येंद्र प्रताप सिंह हैं। आरोप लगाया मामले में गवाह इंद्रजीत का पुत्र पुष्पेंद्र, उसका साथी सुरेंद्र सोनी व लेखपाल की मिली भगत रही। पुलिस में शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन लेखपाल, सुरेंद्र सोनी, पुष्पेंद्र सिंह, इंद्रजीत सिंह, सत्येंद्र प्रताप सिंह, रामहेत, गोरेलाल व ध्यानेंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।