BJP Topi Viral: कांग्रेस मंच पर BJP की टोपी! मोहम्मद जावेद को पहनाई कमल छाप टोपी, देखिए फिर क्या हुआ
BJP Topi Viral: कांग्रेस के एक कार्यक्रम में सांसद मोहम्मद जावेद (Mohammad Javed Congress) को पहनाई गई BJP की टोपी! वीडियो हुआ वायरल, सोशल मीडिया पर उठे सवाल—”Kamal Chhap Topi टोपी आई कहां से?” जानिए पूरा मामला।
चंपारण में कांग्रेस का कार्यक्रम, लेकिन BJP की टोपी?
राजनीति में गलती की कोई माफी नहीं होती, और जब गलती कैमरे में कैद हो जाए, तो वह सुर्खियों का हिस्सा बन जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में, जहां कांग्रेस के एक कार्यक्रम में मंच पर मौजूद नेता को गलती (Political Blunder) से भाजपा की ‘कमल छाप’ टोपी (Kamal Chhap Topi) पहनाई गई। वायरल हो रही इस तस्वीर में साफ दिखता है कि नेता के कंधे पर कांग्रेस का दुपट्टा है, लेकिन सिर पर BJP का प्रतीक ‘कमल’ चमक रहा है।
BJP Topi Viral: क्या थी पूरी घटना?
कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत करते हुए नेता को टोपी पहनाई, लेकिन शायद ध्यान नहीं गया कि टोपी पर “कमल” यानी भाजपा का चुनाव चिन्ह छपा है। टोपी पहनने वाले शख्स की पहचान डॉ. मोहम्मद जावेद के रूप में की जा रही है, जो Mohammad Javed Congress बिहार के किशनगंज से कांग्रेस सांसद हैं। हालांकि, इस पर अभी तक उनकी ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
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BJP Topi Viral: सोशल मीडिया पर मचा बवाल
तस्वीर वायरल Viral News होते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। News24 के फेसबुक पेज पर कमेंट करते हुए यूज़र Nazre Alam ने लिखा – “वो सब ठीक है, मगर कांग्रेस के BJP की टोपी आई कहां से?” यह सवाल कई लोगों के मन में गूंज रहा है। कुछ ने इसे कांग्रेस की ‘चूक’ बताया, तो कुछ ने इसे जानबूझकर किया गया ‘पोलिटिकल स्टंट’ करार दिया।
BJP Topi Viral: राजनीतिक विरोधियों को मिला मौका
BJP समर्थकों ने इसे कांग्रेस की “भीतरघात” या “संघर्ष की स्थिति” बताकर ट्रोल (Viral News) करना शुरू कर दिया। कुछ का कहना है कि कांग्रेस में अब भाजपा की घुसपैठ इतनी गहरी हो गई है कि कार्यक्रम में भी टोपी उनकी ही पहनाई जा रही है।
नेताओं की चुप्पी, लेकिन जनता की निगाहें
Bihar Politics News इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक कोई सफाई नहीं दी गई है। न ही मंच पर मौजूद नेताओं ने टोपी की ओर ध्यान दिया, जिससे सवाल उठते हैं कि क्या यह सिर्फ एक गलती थी या इसके पीछे कोई राजनीतिक संकेत छिपा था?
चुनाव आयोग की भूमिका
पार्टी चिन्हों के उपयोग को लेकर भारत निर्वाचन आयोग के नियम बेहद स्पष्ट हैं। कोई भी पार्टी प्रतीक (जैसे BJP का कमल या Congress का हाथ) किसी अन्य पार्टी के मंच पर अनजाने में भी नज़र आए, तो वह नियमों के उल्लंघन की श्रेणी में आ सकता है।
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राजनीति में प्रतीकों का बड़ा महत्व होता है, और ‘टोपी’ जैसे साधारण से प्रतीक की ये घटना साबित करती है कि चुनावी माहौल में कोई भी छोटी सी चूक, बड़ी चर्चा बन सकती है। Bihar Politics News कांग्रेस को अब जवाब देना होगा कि “कमल वाली टोपी” उनके मंच पर कैसे पहुंच गई?
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