हमीरपुर; दादी ने गालियां दीं तो पोते ने हंसिया से कर दी हत्या, पुलिस ने हत्यारे को दबोचा
नेहा वर्मा, संपादक ।
हमीरपुर जनपद में सिसोलर थाना क्षेत्र के खैरी गांव में पांच फरवरी की रात 80 वर्षीय वृद्धा की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। छह फरवरी की सुबह वृद्धा अपने घर में मृत अवस्था में मिली थी। पोते ने अपने चचेरे भाई के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखाया था। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूंछतांछ में हत्यारोपी का कहना है कि उसकी दादी अक्सर उसे देख कर गालियां देने लगती थी। जिससे नाराज होकर उसने हंसिया से हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने दादी के हत्यारोपी पोते को जेल भेज दिया है।
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सिसोलर थाना क्षेत्र के खैरी गांव निवासी सुखिया (80) के पति शिव दर्शन सिंह की 20 वर्ष पहले मौत हो चुकी है। सुखिया के नाम पर 64 बीघा कृषि भूमि थी। उसने तीन बीघा जमीन अपने भरण पोषण के लिए बचाने के बाद बाकी जमीन बेटों में बांट दी थी। अपने नाम आवंटित प्रधानमंत्री आवास में अकेली रहती थी। पांच फरवरी की रात सुखिया अपने घर में अकेली सो रही थी। अगले दिन सुबह काफी देर तक वह घर से नहीं निकली। जिस पर पड़ोसियों को किसी अनहोनी की आशंका हुई। वृद्धा को जगाने के लिए पड़ोसियों ने कमरे के बाहर से आवाज लगाई। काफी देर तक बुलाने के बावजूद अंदर से कोई जवाब नहीं मिला।
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वृद्धा द्वारा कोई जवाब न देने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे से वृद्धा का रक्तरंजित शव बरामद किया। मृतका के पोते जितेंद्र पुत्र जगदीश ने अपने चचेरे भाई शैलेंद्र सिंह पुत्र स्व. राजाभइया के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखाया। जितेंद्र ने बताया कि उसकी दादी के नाम पर प्रधानमंत्री आवास मिला था। जिसकी दूसरी किस्त आनी थी। हत्यारोपी शैलेंद्र आवास योजना की किस्त के लिए अपनी दादी से विवाद करता था। वहीं वृद्धा के पास तीन बीघा कृषि भूमि थी। जिसकी उपज से मिलने वाले पैसे भी वह अपने पास रखना चाहता था। आरोप लगाया कि पैसों को लेकर विवाद के चलते वृद्धा की हत्या की है।
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घटना के बाद से ही आरोपी शैलेंद्र फरार हो गया था। पुलिस अधीक्षक एनके सिंह के निर्देश पर थानाध्यक्ष रीता सिंह आरोपी की तलाश में जुट गईं। जल्द ही पुलिस हत्यारोपी को गिरफ्तार करने में सफल हुई। एसपी एनके सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा आरोपी से पूंछतांछ की गई। जिसमें आरोपी का कहना है कि उसकी दादी सुखिया उसे देखते ही गालीगलौज करने लगती थी। घटना वाले दिन भी दादी ने उसे देख कर गालियां दीं थीं। जिससे आक्रोश में आकर उसने हंसिया से दादी की हत्या कर दी। हत्या में प्रयुक्त हंसिया को दादी की चारपाई के सिरहाने बनी अलमारी में रख कर फरार हो गया था। घटना के समय वह शराब व गांजे के नशे में था।